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समय...

समय ओ धीरे चलो, दूर है राह की छांव, दूर है पी का गांव। धीरे चलो, धीरे चलो। बस यही है हमारी बातचीत की राह भी। धीरे-धीरे अपने समय की बातें।

शनिवार, नवंबर 22, 2008


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मंगलवार, नवंबर 04, 2008


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मेरे बारे में

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चंदन कुमार चौधरी
भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से जनसंचार की पढ़ाई की है। साधारण रूचियां रखता हूं। मृदुभाषी और ठीक हूं, ऐसा दोस्त कहते हैं। ताउम्र इंसान ही बने रहने की तमन्ना है। इन दिनों पीटीआई, भाषा में कार्यरत हूं।
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